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पाली निवासी सरदार मोहन सिंह किरनोंत ने अपने गृह पर श्री अखण्ड पाठ साहिब व कीर्तन दरबार का आयोजन कर वाहेगुरु का शुकराना आदा किया 

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LABANA JAGRATI SANDESH सरदार मोहन सिंह किरनोंत  ने अपने गृह पर  श्री अखण्ड पाठ साहिब  व   कीर्तन दरबार  का आयोजन कर  वाहेगुरु का शुकराना आदा किया  पाली।  रविवार, 16  जून 2024/   "सुणी अरदासि सुआमी मेरै सरब कला बणि आई ॥  प्रगट भई सगले जुग अंतरि गुर नानक की वडिआई ।।"  ( अर्थात: मेरे स्वामी ने मेरी प्रार्थना सुन ली है और मन में पूर्ण बल पैदा हो गया है। गुरु नानक की महिमा समस्त युगों में प्रगट हो गई है॥ -  श्रीगुरुग्रन्थ साहिब अंग 611) के महावाक अनुसार  पाली निवासी सरदार मोहन सिंह सुपुत्र सचखण्ड वासी सरदार बुद्ध सिंह, ने वाहेगुर के  समक्ष  अपनी धर्म पत्नि के शारिरीक कष्ट निवाण हेतु अरदास वेनती की थी,  धन-धन गुरु नानक देव जी की असीम कृपा करके अरदास परवाण हुई,  अरदास परवाण होने पर  श्री  गुरुनानक देव जी महाराज का शुकराना अदा करने के लिये सरदार मोहन सिंह जी ने अपने निवास स्थान पर शुक्रवार 14 जून 2024 को प्रात: 11-00 बजे श्री अखण्ड पाठ साहिब आरम्भ करवाया, जिसका भोग साहिब  रविवार 16 जून 2024 को प्रात: 11-00 बजे पड़ा, उपरान्त गुरुबाणी शब्द कीर्तन दरबार सजाया गया जिसमें रागी सिंघों ने