संदेश

लबाना जागृति सन्देश DAILY RAJYADESH लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैं

HUKAMNAMA SRI DARBAR SAHIB SRI AMRITSAR SAHIB JI Date 03-12-2023 Ang.

चित्र
  अपनी  प्रात: का शुभारंभ  प्रभु परमात्मा, श्री हरि स्मरण से करिये 🙏    🙏 श्री हरमिन्दर साहिब (स्वर्ण मन्दिर) अमृतसर में श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी  के अंग  630     दिनांक 03-12-2023  को  प्रात: जारी गुरुबाणी, अमृतवचन/हुकमनामा : पंजाबी, हिन्दी व अंग्रेजी में अर्थ सहित पढ़िए 🙏    🙏 Amrit vele da Hukamnama Sri Darbar Sahib, Sri Amritsar, Ang. 630,  Date 03-12-2023 🙏🙏 ਸੋਰਠਿ ਮਹਲਾ ੫ ॥ ਸਰਬ ਸੁਖਾ ਕਾ ਦਾਤਾ ਸਤਿਗੁਰੁ ਤਾ ਕੀ ਸਰਨੀ ਪਾਈਐ ॥ ਦਰਸਨੁ ਭੇਟਤ ਹੋਤ ਅਨੰਦਾ ਦੂਖੁ ਗਇਆ ਹਰਿ ਗਾਈਐ ॥੧॥ ਹਰਿ ਰਸੁ ਪੀਵਹੁ ਭਾਈ ॥ ਨਾਮੁ ਜਪਹੁ ਨਾਮੋ ਆਰਾਧਹੁ ਗੁਰ ਪੂਰੇ ਕੀ ਸਰਨਾਈ ॥ ਰਹਾਉ ॥ ਤਿਸਹਿ ਪਰਾਪਤਿ ਜਿਸੁ ਧੁਰਿ ਲਿਖਿਆ ਸੋਈ ਪੂਰਨੁ ਭਾਈ ॥ ਨਾਨਕ ਕੀ ਬੇਨੰਤੀ ਪ੍ਰਭ ਜੀ ਨਾਮਿ ਰਹਾ ਲਿਵ ਲਾਈ ॥੨॥੨੫॥੮੯॥  🙏🙏 सोरठि महला ५ ॥ सरब सुखा का दाता सतिगुरु ता की सरनी पाईऐ ॥ दरसनु भेटत होत अनंदा दूखु गइआ हरि गाईऐ ॥१॥ हरि रसु पीवहु भाई ॥ नामु जपहु नामो आराधहु गुर पूरे की सरनाई ॥ रहाउ ॥ तिसहि परापति जिसु धुरि लिखिआ सोई पूरनु भाई ॥ नानक की बेनंती प्रभ जी नामि रहा लिव लाई ॥२॥२५॥८९॥  🙏🙏 M...

सरदारनी माता मंजीत कौर के निमत अन्तिम अरदास शनिवार 12 मार्च 2022 को

चित्र
   सरदारनी माता मंजीत कौर के निमत अन्तिम अरदास शनिवार 12 मार्च  2022 को 🙏 मुक्तसर साहिब  (पंजाब)। सचखण्ड वासी सरदारनी माता मंजीत कौर के निमित आत्मिक शान्ति एवं कल्याणार्थ परिवार जनों दारा गुरुवार 10 मार्च  2022 को प्रात: 11 बजे  गुरूद्वारा श्री मुक्तसर साहिब के पास नाका नम्बर 6 पर स्थित अपने निवास पर श्री अखण्ड पाठ साहेब आरम्भ कराया जायेगा, जिसका भोग साहेब शनिवार  12 मार्च 2022 को प्रात: 11-00 बजे पढेगा, उपरान्त दोपहर एक बजे तक गुरूबाणी शब्द कीर्तन दिवान सजाया जायेगा जिनमें पंथ के प्रसिद्ध रागी जत्थे कथा वाचक गुरूबाणी शब्द कीर्तन राही दिवंगत आत्मा को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए  संगत को निहाल करेगें,  उपरानत अन्तिम अरदास गुरु का लंगर प्रसाद वितरित होगा ।    ज्ञात रहे कि मुक्तसर साहिब (पंजाब) निवासी भाई भजन सिंह के लघु भ्राता गुरुद्वारा श्री  मुक्तसर साहिब, नाका नंबर 6, निवासी भाई  सन्तोख सिंह की धर्मपत्नि सरदारनी माता मंजीत कौर पिछले कुछ दिनों से अस्वस्थ थीं और  बुधवार दिनांक  02-03-2022 को अकाल चालाणा कर गई थी ...