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वाहेगुरु का शुकराना आदा करने के लिये सरदार मोहन सिंह किरनोंत करवा रहें श्री अखण्ड पाठ साहिब

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  सुणी अरदासि सुआमी मेरै सरब कला बणि आई ॥                   प्रगट भई सगले जुग अंतरि गुर नानक की वडिआई ॥ अर्थात: मेरे स्वामी ने मेरी प्रार्थना सुन ली है और मन में पूर्ण बल पैदा हो गया है।गुरु नानक की महिमा समस्त युगों में प्रगट हो गई है॥ (श्रीगुरुग्रन्थ साहिब अंग 611) वाहेगुरु का शुकराना आदा करने के लिये    सरदार मोहन सिंह किरनोंत  करवा रहें   श्री अखण्ड पाठ साहिब   शुक्रवार 14 से रविवार 16 जून  पाली। पाली निवासी सरदार मोहन सिंह सुपुत्र सचखण्ड वासी सरदार बुद्ध सिंह जी ने अपनी धर्म पत्नि के शारिरीक कष्ट निवाण हेतु अरदास वेनती की थी, धन-धन गुरु नानक देव जी की असीम कृपा सदके की गई अरदास  पूर्ण होने पर साहिब श्री गुरूग्रन्थ साहिब जी के महावाक "सुणी अरदासि सुआमी मेरै सरब कला बणि आई ॥  प्रगट भई सगले जुग अंतरि गुर नानक की वडिआई ॥"  के  अनुसार  श्री गुरुनानक देव जी महाराज का शुकराना अदा करने के लिये सरदार मोहन सिंह जी अपने निवास स्थान पर 14 से 16 जून 2024 को श्री अखण्ड पाठ साहिब करवा रहे हैं।   शुक्रवार 14 जून 2024 को प्रात: 11 बजे श्री अखण्ड पाठ साहिब आरम्भ होगा जिसका भोग साहिब  रवि