Hukamnama Sri Darbar Sahib, Amritsar

 LABANA JAGRATI SANDESH 





ਧਨਾਸਰੀ ਮਹਲਾ ੫ ॥ 

ਤੁਮ ਦਾਤੇ ਠਾਕੁਰ ਪ੍ਰਤਿਪਾਲਕ ਨਾਇਕ ਖਸਮ ਹਮਾਰੇ ॥ ਨਿਮਖ ਨਿਮਖ ਤੁਮ ਹੀ ਪ੍ਰਤਿਪਾਲਹੁ ਹਮ ਬਾਰਿਕ ਤੁਮਰੇ ਧਾਰੇ ॥੧॥ 

ਜਿਹਵਾ ਏਕ ਕਵਨ ਗੁਨ ਕਹੀਐ ॥ ਬੇਸੁਮਾਰ ਬੇਅੰਤ ਸੁਆਮੀ ਤੇਰੋ ਅੰਤੁ ਨ ਕਿਨ ਹੀ ਲਹੀਐ ॥੧॥ ਰਹਾਉ ॥

 ਕੋਟਿ ਪਰਾਧ ਹਮਾਰੇ ਖੰਡਹੁ ਅਨਿਕ ਬਿਧੀ ਸਮਝਾਵਹੁ ॥ ਹਮ ਅਗਿਆਨ ਅਲਪ ਮਤਿ ਥੋਰੀ ਤੁਮ ਆਪਨ ਬਿਰਦੁ ਰਖਾਵਹੁ ॥੨॥ 

ਤੁਮਰੀ ਸਰਣਿ ਤੁਮਾਰੀ ਆਸਾ ਤੁਮ ਹੀ ਸਜਨ ਸੁਹੇਲੇ ॥ ਰਾਖਹੁ ਰਾਖਨਹਾਰ ਦਇਆਲਾ ਨਾਨਕ ਘਰ ਕੇ ਗੋਲੇ ॥੩॥੧੨॥


🙏 

ਅਰਥ:
ਹੇ ਪ੍ਰਭੂ! ਤੂੰ ਸਭ ਦਾਤਾਂ ਦੇਣ ਵਾਲਾ ਹੈਂ, ਤੂੰ ਮਾਲਕ ਹੈਂ, ਤੂੰ ਸਭਨਾਂ ਨੂੰ ਪਾਲਣ ਵਾਲਾ ਹੈਂ, ਤੂੰ ਸਾਡਾ ਆਗੂ ਹੈਂ (ਜੀਵਨ-ਅਗਵਾਈ ਦੇਣ ਵਾਲਾ ਹੈਂ), ਤੂੰ ਸਾਡਾ ਖਸਮ ਹੈਂ। ਹੇ ਪ੍ਰਭੂ! ਤੂੰ ਹੀ ਇਕ ਇਕ ਛਿਨ ਸਾਡੀ ਪਾਲਣਾ ਕਰਦਾ ਹੈਂ, ਅਸੀਂ (ਤੇਰੇ) ਬੱਚੇ ਤੇਰੇ ਆਸਰੇ (ਜੀਊਂਦੇ) ਹਾਂ।੧। 


ਹੇ ਅਣਗਿਣਤ ਗੁਣਾਂ ਦੇ ਮਾਲਕ! ਹੇ ਬੇਅੰਤ ਮਾਲਕ-ਪ੍ਰਭੂ! ਕਿਸੇ ਭੀ ਪਾਸੋਂ ਤੇਰੇ ਗੁਣਾਂ ਦਾ ਅੰਤ ਨਹੀਂ ਲੱਭਿਆ ਜਾ ਸਕਿਆ। (ਮਨੁੱਖ ਦੀ) ਇਕ ਜੀਭ ਨਾਲ ਤੇਰਾ ਕੇਹੜਾ ਕੇਹੜਾ ਗੁਣ ਦੱਸਿਆ ਜਾਏ?।੧।ਰਹਾਉ। 


ਹੇ ਪ੍ਰਭੂ! ਤੂੰ ਸਾਡੇ ਕ੍ਰੋੜਾਂ ਅਪਰਾਧ ਨਾਸ ਕਰਦਾ ਹੈਂ, ਤੂੰ ਸਾਨੂੰ ਅਨੇਕਾਂ ਤਰੀਕਿਆਂ ਨਾਲ (ਜੀਵਨ-ਜੁਗਤਿ) ਸਮਝਾਂਦਾ ਹੈਂ। ਅਸੀਂ ਜੀਵ ਆਤਮਕ ਜੀਵਨ ਦੀ ਸੂਝ ਤੋਂ ਸੱਖਣੇ ਹਾਂ, ਸਾਡੀ ਅਕਲ ਥੋੜੀ ਹੈ ਹੋਛੀ ਹੈ। (ਫਿਰ ਭੀ) ਤੂੰ ਆਪਣਾ ਮੁੱਢ-ਕਦੀਮਾਂ ਦਾ ਪਿਆਰ ਵਾਲਾ ਸੁਭਾਉ ਕਾਇਮ ਰੱਖਦਾ ਹੈਂ ॥੨॥ 


ਹੇ ਨਾਨਕ! ਆਖ-) ਹੇ ਪ੍ਰਭੂ! ਅਸੀ ਤੇਰੇ ਹੀ ਆਸਰੇ-ਪਰਨੇ ਹਾਂ, ਸਾਨੂੰ ਤੇਰੀ ਹੀ (ਸਹਾਇਤਾ ਦੀ) ਆਸ ਹੈ, ਤੂੰ ਹੀ ਸਾਡਾ ਸੱਜਣ ਹੈਂ, ਤੂੰ ਹੀ ਸਾਨੂੰ ਸੁਖ ਦੇਣ ਵਾਲਾ ਹੈਂ। ਹੇ ਦਇਆਵਾਨ! ਹੇ ਸਭ ਦੀ ਰੱਖਿਆ ਕਰਨ-ਜੋਗੇ! ਸਾਡੀ ਰੱਖਿਆ ਕਰ, ਅਸੀ ਤੇਰੇ ਘਰ ਦੇ ਗ਼ੁਲਾਮ ਹਾਂ।੩।੧੨।


🙏

हिन्दी ट्रांसलेट:


धनासरी महला ५ ॥ तुम दाते ठाकुर प्रतिपालक नाइक खसम हमारे ॥ निमख निमख तुम ही प्रतिपालहु हम बारिक तुमरे धारे ॥१॥ जिहवा एक कवन गुन कहीऐ ॥ बेसुमार बेअंत सुआमी तेरो अंतु न किन ही लहीऐ ॥१॥ रहाउ ॥ 

कोटि पराध हमारे खंडहु अनिक बिधी समझावहु ॥ हम अगिआन अलप मति थोरी तुम आपन बिरदु रखावहु ॥२॥ तुमरी सरणि तुमारी आसा तुम ही सजन सुहेले ॥ राखहु राखनहार दइआला नानक घर के गोले ॥३॥१२॥


🙏

अर्थ:
हे प्रभु! तू सब दातें (बख्शीश) देने वाला है, तू मालिक हैं, तू सब को पालने वाला है, तू हमारा आगू हैं (जीवन-मार्गदर्शन करने वाला है) तू हमारा खसम है । हे प्रभु! तू ही एक एक पल हमारी पालना करता है, हम (तेरे) बच्चे तेरे सहारे (जीवित) हैं।१। 

हे अनगिनत गुणों के मालिक! हे बेअंत मालिक प्रभु! किसी भी तरफ से तेरे गुणों का अंत नहीं खोजा जा सका। (मनुष्य की) एक जिव्हा से तेरा कौन कौन सा गुण बयान किया जाये ।१।रहाउ। 


हे प्रभु! तू हमारे करोड़ों अपराध नाश करता है, तू हमें अनेक प्रकार से (जीवन जुगत) समझाता है। हम जीव आत्मिक जीवन की सूझ से परे हैं, हमारी अक्ल थोड़ी है बेकार है। (फिर भी) तूं अपना मूढ़-कदीमा वाला स्वभाव कायम रखता है ॥२॥ 


हे नानक! (कह–) हे प्रभू! हम तेरे ही आसरे-सहारे से हैं, हमें तेरी ही (सहायता की) आस है, तू ही हमारा सज्जन है, तू ही हमें सुख देने वाला है। हे दयावान! हे सबकी रक्षा करने के समर्थ! हमारी रक्षा कर, हम तेरे घर के गुलाम हैं ।3।12।

🙏

English translation

Dhanaasaree mahalaa 5 ||
Tum daate thaakur prtipaalak naaik khasam hamaare ||
Nimakh nimakh tum hee prtipaalahu ham baarik tumare dhaare ||1||


Jihavaa ek kavan gun kaheeai || Besumaar beantt suaamee tero anttu na kin hee laheeai ||1|| rahaau ||


Koti paraadh hamaare khanddahu anik bidhee samajhaavahu || Ham agiaan alap mati thoree tum aapan biradu rakhaavahu ||2||


Tumaree sara(nn)i tumaaree aasaa tum hee sajan suhele || Raakhahu raakhanahaar daiaalaa naanak ghar ke gole ||3||12||


🙏


Meaning:

DHANAASAREE, FIFTH MEHL: You are the Giver, O Lord, O Cherisher, my Master, my Husband Lord. Each and every moment, You cherish and nurture me; I am Your child, and I rely upon You alone. || 1 || 


I have only one tongue — which of Your Glorious Virtues can I describe? Unlimited, infinite Lord and Master — no one knows Your limits. || 1 || Pause || 


You destroy millions of my sins, and teach me in so many ways. I am so ignorant — I understand nothing at all. Please honor Your innate nature, and save me! || 2 || 


I seek Your Sanctuary — You are my only hope. You are my companion, and my best friend. Save me, O Merciful Saviour Lord; Nanak is the slave of Your home. || 3 || 12 |



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