सरदारनी माता निर्मल कौर "जानकी" स्वर्गवास

  शोक समाचार ==========                    लबाना जागृति सन्देश 




सरदारनी माता निर्मल कौर "जानकी" स्वर्गवास



तीसरे की रस्म, पुष्पांजलि, 

एवं अरदास 

बुधवार  5 जून 2024 को प्रात: 


अजमेर । सचखण्ड वासी सरदारनी माता निर्मल कौर "जानकी" के निमत सामाजिक फूल चुने जाने की रस्म बुधवार 5 जून 2024, को होगी, प्रात: 9-00 बजे पहाड़ गंज स्थित दयानन्द सरस्वती मुक्तिधाम (श्मशान स्थल) पर फूल चेने जायेंगे,   उपरान्त 9-30 से 10-00 बजे तक  झूलेलाल कालोनी स्थित सन्त बाब हिम्मत सिंह साहिब दरबार में पुष्पांजलि एवं तीसरे की अरदास होगी।


ज्ञात रहे कि स्वर्गवासी  सरदार पूरन सिंह  विंझरावत (पोस्ट मास्टर) की  धर्मपत्नि सरदारनी माता निर्मल कौर "जानकी" रविवार 2 जून 2024, को अकाल चालाणा कर सचखण्ड सिधार गई थीं, 76 वर्षीय स्वर्गवासी माता निर्मल कौर के पार्थिव शरीर का अन्तिम संस्कार सोमवार 3 जून 2024 को  गुरुमर्यादानुसार किया गया ।

अंतिम संस्कार के समय अनैक लबाना सिख समाज के साथ   अन्य  गणमान्य नागरिक मौजूद थे। 

संत बाबा हिम्मत सिंह साहिब दरबार के गद्दीनशीन महन्त सन्त बाबा सुखदेव सिंह साहिब जी ने समूह साध संगत के साथ गुरुबाणी जाप "जपजी साहिब " का पाठ कर अग्नि भेट करने की अरदास की । 


शोकाकुल परिवार 


सरदार जसवत सिंह - सरदारनी सिमरन कौर 

सरदार बलवत्त सिंह - सरदारनी सोनिया कौर (पुत्र-पुत्रवधु)

सरदारनी गुरमीत कौर 

(सेवानिवृत्त:  प्रिंसिंपल जी.एन.एम.टी-सी. जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, अजमेर),

सरदारनी नितेश कौर - सरदार प्रदीप सिंह,

सरदारनी  किरण कौर - सरदार  करण सिंह, 

सरदारनी  प्रदीप कौर - सरदार चरणजीत सिंह 

(पुत्रियां-दामाद)

कवंलजीत सिंह, मनफतेह सिंह (पौत्र),

शुभनीत कौर, अवनीत कौर, जपलीन कौर (पौत्रीयां)

हरप्रीत सिंह, सरबजीत सिंह, अमनदीप सिंह (दोहिते)

 गुलशन कौर, बक्शीश कौर  (दोहेतियां)

निवास स्थान: 

निर्मल कुटीर,  सुखाड़िया नगर (गुरु नानक कॉलोनी के सामने वाली गली में) चांद बावड़ी रोड, अजमेर । 


सम्पर्क सूत्र: 

गुरमीत कौर सुपुत्री

9828592920

प्रदीप कौर सुपुत्री

9782868553 ‎



इससे सम्बंधित पूर्व प्रसारित 

समाचार पढ़े 

👇

https://www.dailymaruprahar.page/2024/06/blog-post.html

 

===/===

अधिक समाचार पढ़ने के लिए 

👇 किल्क करें 👇 

https://www.dailymaruprahar.page/?m=1


👇 अपने विचार नीचे कमेंट्स बाक्स में दें 👇 

(नोट आपके कमेंट्स प्रकाशित होने में थोडा समय लग सकता है।



टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

रिश्ते - नाते : relationships :

बद्रीनाथ, द्वारका, जगन्नाथ पुरी और रामेश्वरम भारत के चारों पवित्र धामों की जानकारी! 

सरदार फतह सिंह रमाण के दो मासूम बच्चे भाई-बहन की कोनी गांव के छप्पर (तिलाब) में गिरने से दुखद मृत्यु